सोना चांदी की खरीदारी में निवेशकों के लिए 15 अगस्त 2025 से पहले एक सुनहरा मौका आया है। इस अवसर पर सोने-चांदी के दामों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहे हैं, जो खरीदारी करने वालों के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं। इस लेख में हम सोना चांदी के वर्तमान रेट, खरीदने के फायदे और सरकार की ओर से चलाए जा रहे योजनाओं के बारे में सरल भाषा में जानकारी देंगे।
भारत में सोने और चांदी की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार के साथ-साथ डॉलर के मुकाबले रुपये की गति पर भी निर्भर करती है। उदाहरण के तौर पर, 14 अगस्त 2025 को 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग ₹10,140 प्रति ग्राम रही जबकि 22 कैरेट सोना ₹9,295 प्रति ग्राम पर मिला। सिल्वर की कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है; लगभग ₹1197 प्रति 10 ग्राम चांदी की दरें हैं।
यह कीमतें खरीदारी के लिए उपयुक्त समय का संकेत देती हैं क्योंकि आने वाले दिनों में बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव की संभावना है।
Gold Silver Price Update: Latest Details
हाल के समय में सोने और चांदी के दामों में स्थिर या तेजी की प्रवृत्ति देखी जा रही है। खासकर 15 अगस्त जैसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय अवकाश से पहले बाजार में सोना और चांदी खरीदने का एक उत्तम अवसर सामने आया है। इस अवसर का फायदा उठाकर निवेशक अपने आभूषण संग्रह को बढ़ा सकते हैं या गुल्लक के रूप में निवेश कर भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।
सुविधाजनक ब्याज दरों और सरकारी योजनाओं के कारण यह वक्त खरीदारी के लिए खास माना जा रहा है। सोना और चांदी की दरें नौकरशाहों, व्यवसायियों के साथ-साथ आम जनता के लिए भी आकर्षक बनी हुई हैं। इसलिए, इस मौके का लाभ उठाना बेहतर रहता है।
किस योजना के तहत मिल रही है ये सुविधा?
सरकार ने सोने और चांदी की खरीददारी को सरल और फायदे مند बनाने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं, जिनमें प्रमुख हैं Sovereign Gold Bond Scheme (SGB) और Gold Monetisation Scheme (GMS)।
Sovereign Gold Bond (SGB) योजना के तहत निवेशक शारीरिक सोना खरीदने के बजाय डिजिटल रूप में निवेश कर सकते हैं। इसमें निवेशकों को सोने के बाजार मूल्य पर ब्याज भी मिलता है, जो सालाना लगभग 2.5% होता है। यह योजना शारीरिक सोने की लागत जैसे भौतिक रखरखाव, शुद्धता की चिंता, और मेकिंग चार्जेस से मुक्त रहती है। इसके अंतर्गत, अंतिम परिपक्वता पर बाजार मूल्य के आधार पर पैसा वापिस मिलता है, इसलिए सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का लाभ भी निवेशक उठा सकते हैं।
दूसरी तरफ Gold Monetisation Scheme (GMS) भी है, जिसे सरकार ने 2015 में लागू किया था। इस योजना में घरों में पड़े पुराने सोने को बैंक या अन्य अधिकृत केंद्रों में जमा कर निवेश किया जा सकता है। इस योजना में निकासी के समय सोने की मौजूदा कीमत पर भुगतान होता है, साथ ही जमा धनराशि पर ब्याज भी मिलता है। GMS योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी है जिनके पास भौतिक सोना तो है लेकिन वे उसे बैंकिंग प्रणाली के तहत इस्तेमाल करना चाहते हैं।
इन योजनाओं को सरल बनाने के लिए बैंक और ज्वेलर्स को भी ज्यादा भागीदारी दी गई है, जिससे सोना और चांदी खरीदना और निवेश करना सभी के लिए सुलभ हुआ है।
बाजार में कीमतों के अनुमानों के अनुसार, सोने और चांदी दोनों की कीमतों में निकट भविष्य में सकारात्मक रुझान है। विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी बाजार की अनिश्चितताओं और रुपये की कमजोरी के कारण सोने की कीमतें ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम से ऊपर बनी रह सकती हैं। चांदी की कीमतों में भी उछाल की उम्मीद लगाई जा रही है।
इस मौके पर अगर आप सोना-चांदी खरीदते हैं, तो न केवल आपको निवेश में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना होगी, बल्कि आप सरकार की योजनाओं का लाभ भी उठा सकते हैं जिससे निवेश सुरक्षित और व्यावहारिक बन जाता है।
निष्कर्ष
संक्षेप में, 15 अगस्त 2025 से पहले सोना और चांदी खरीदना एक सुनहरा मौका है। सरकारी योजनाएं जैसे Sovereign Gold Bond और Gold Monetisation Scheme इन निवेशों को और भी फायदेमंद बना रही हैं। इसलिए, सोच-समझकर इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए ताकि भविष्य में अच्छे लाभ और सुरक्षा मिल सके।