सहारा इंडिया परिवार के लाखों निवेशक पिछले कई वर्षों से अपने पैसे की वापसी के लिए परेशान हैं। इन निवेशकों ने सहारा इंडिया समूह की विभिन्न योजनाओं में अपने पैसे जमा किए थे, लेकिन कंपनी में आई वित्तीय समस्याओं के बाद उन्हें उनका पैसा नहीं मिल सका। सरकार और कई संस्थाओं के हस्तक्षेप के बावजूद, निवेशक अपने पैसे की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
इस बीच सरकार ने, खासकर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्रालय ने, सहारा निवेशकों की मदद के लिए एक विशेष पोर्टल और फॉर्म के माध्यम से रिफंड की प्रक्रिया शुरू की है। हाल ही में सरकार ने सहारा इंडिया परिवार की पेमेंट के लिए नए फॉर्म जारी किए हैं। इन नए फॉर्म के माध्यम से अब निवेशक अपनी रिफंड की मांग फिर से दाखिल कर सकते हैं।
इसकी वजह है कि पहले कई लोगों के आवेदन या तो अधूरे मिले थे या दस्तावेज़ों में त्रुटि थी, जिससे प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। अब नए फॉर्म में संबधित जानकारियों और दस्तावेजों को अपडेट करके, निवेशकों को भुगतान की दिशा में फिर एक मौका दिया जा रहा है।
Sahara India Refund: New Re-Submission Details
यह स्कीम ‘CRCS Sahara Refund Portal’ के माध्यम से लागू की गई है। CRCS का मतलब है ‘Central Registrar of Cooperative Societies’, जो सहारा इंडिया परिवार के निवेशकों के धन की वापसी के लिए जिम्मेदार है। सरकार ने इस पोर्टल को विशेष रूप से इसलिए लॉन्च किया, ताकि करोड़ों निवेशकों की शिकायतों का समाधान किया जा सके और उनका पैसा सुरक्षित तरीके से वापस मिल सके।
इस पोर्टल और स्कीम के तहत वे सभी निवेशक, जिन्होंने सहारा इंडिया की चार मुख्य सहकारी समितियों—Sahara Credit Cooperative Society Limited, Saharayn Universal Multipurpose Society Limited, Humara India Credit Cooperative Society Limited, और Stars Multipurpose Cooperative Society Limited—में निवेश किया था, वे अपना क्लेम दाखिल कर सकते हैं। इस पहल का उद्देश्य पारदर्शिता, जल्दी निपटारा और ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए निवेशकों को राहत देना है।
नए फॉर्म की खासियत यह है कि इसमें सभी जरूरी जानकारी और दस्तावेज एक बार में ही अपलोड करनी होगी। सरकार की ओर से कहा गया है कि पहले जारी किए गए पुराने फॉर्म में त्रुटियों या डॉक्युमेंट की कमी के कारण रिफंड प्रक्रिया अटक गई थी। अब नए फॉर्म के जरिए ये कमियां दूर की जा रही हैं और भुगतान प्रक्रिया पहले से तेज हो सकती है।
आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले CRCS Sahara Refund Portal पर जाएं।
- नए फॉर्म को डाउनलोड करें या पोर्टल पर ही ऑनलाइन भरें।
- फॉर्म में निवेशक का नाम, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, डिपॉजिट रसीद नंबर, जमा की गई रकम, बैंक खाता विवरण आदि जानकारी भरें।
- जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, निवेश प्रमाण-पत्र (बॉन्ड/रसीद), पासबुक की फोटो, बैंक पासबुक/चेक की कॉपी अपलोड करें।
- सभी जानकारियां भरने और डॉक्युमेंट्स अपलोड करने के बाद फॉर्म सबमिट करें।
- सबमिट करने के बाद आवेदन की पुष्टि और आगे की प्रक्रिया की जानकारी मोबाइल नंबर/ईमेल पर मिल जाएगी।
भुगतान की प्रक्रिया और रकम
सरकार ने शुरुआत में 10,000 रुपए तक की सीमा तय की है, यानी पहली किश्त में अधिकतम 10,000 रुपए ही मिलेंगे। इसके बाद दस्तावेज और दावों के सत्यापन के आधार पर आगे की रकम निवेशकों के खातों में भेजी जाएगी। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष रहेगी और किसी भी फर्जीवाड़े से बचने की पूरी कोशिश की जा रही है।
सरकार और संबंधित पक्ष की भूमिका
सरकार ने निवेशकों की सुविधा के लिए यह ऑनलाइन रिफंड प्रक्रिया शुरू की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खुद इसकी मोनिटरिंग अपने स्तर पर की है। सहारा इंडिया परिवार की चारों सहकारी समितियों की रकम वापसी के लिए विशेष टास्क फोर्स बनाई गई है। एसेट्स की बिक्री, फंड निकालना और खातों की जांच की जा रही है, ताकि लंबित दावों का निपटारा जल्द किया जा सके।
इस प्रक्रिया में हर स्तर पर पारदर्शिता रखने पर जोर दिया गया है। निवेशकों के डाटा को सुरक्षित रखने और भुगतान को सीधे खातों में भेजने की व्यवस्था की गई है। सरकार ने पोर्टल के जरिए किसी भी निवेशक की शिकायत के समाधान के लिए हेल्पलाइन नंबर और ईमेल सपोर्ट भी जारी किया है।
निष्कर्ष
सहारा इंडिया परिवार के निवेशकों के लिए यह एक बड़ा कदम है। नए फॉर्म और पोर्टल के माध्यम से अब उन्हें अपने पैसे की वापसी की उम्मीद फिर से जगी है। यदि आपने भी सहारा इंडिया में निवेश किया है और अभी तक भुगतान नहीं मिला है, तो नई प्रक्रिया के तहत आवेदन जरूर करें। इससे आपके पैसे की वापसी का रास्ता आसान हो सकता है।