SBI Pashupalan Loan Yojana: पशुपालकों के लिए लोन के फॉर्म भरना शुरू, ऐसे करें आवेदन

Published On: August 13, 2025
SBI Pashupalan Loan Yojana

ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आय के नए अवसरों की हमेशा जरूरत रहती है, खासकर किसानों और पशुपालकों के लिए। इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्रामीण युवाओं व किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए एसबीआई पशुपालन लोन योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य मकसद है कि जो लोग पशुपालन को एक व्यवसाय के रूप में चुनना चाहते हैं या अपने मौजूदा पशुपालन कारोबार को बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें लोन के जरिये आर्थिक मदद मिले।

पशुपालन का व्यवसाय ग्रामीण विकास में बहुत अहम भूमिका निभाता है। सरकार और बैंकों का मानना है कि यदि ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन को प्रोत्साहन मिले तो न सिर्फ किसानों की आमदनी बढ़ सकती है, बल्कि गांवों में रोजगार के नए रास्ते भी खुल सकते हैं। इसी सोच के साथ एसबीआई पशुपालन लोन योजना को लागू किया गया है, जिससे दुधारू पशु, डेयरी, मुर्गी पालन, बकरियों आदि से संबंधित सभी व्यवसायों के लिए आसानी से कर्ज मिल सके।

What is SBI Pashupalan Loan Yojana?

एसबीआई पशुपालन लोन योजना एक ऐसी बैंकिंग स्कीम है, जिसके तहत इच्छुक किसान, पशुपालक, डेयरी व्यवसायी आदि अपने पशु खरीद, शेड निर्माण, चारा व्यवस्था, उपकरण और अन्य आवश्यक कार्यों के लिए भारतीय स्टेट बैंक से 1 लाख रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक का लोन ले सकते हैं। यह योजना पशुपालन विभाग व सरकार के समर्थन से चलाई जा रही है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार और आर्थिक मजबूती आ सके।

इस लोन योजना का सबसे बड़ा फायदा है कम ब्याज दर। लोन के लिए ब्याज दर 7% से शुरू होती है, जो लोन राशि और प्रोजेक्ट के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। समय पर भुगतान करने पर लाभार्थियों को 3% तक ब्याज सब्सिडी भी मिल सकती है। 1.60 लाख रुपए तक का लोन बिना गारंटी के मिलता है, जबकि इससे अधिक राशि के लिए संपत्ति गिरवी रखनी पड़ सकती है। लोन की चुकौती अवधि 5 से 7 साल तक रखी जाती है ताकि किसानों पर जल्द चुकाने का दबाव न बने।

योजना का लाभ किसे और कैसे मिलेगा?

एसबीआई पशुपालन लोन योजना उन सभी भारतीय नागरिकों के लिए है, जो 18 से 65 वर्ष की आयु के बीच हैं और पशुपालन व्यवसाय करना चाहते हैं या कर रहे हैं। सीमांत, लघु और बड़े किसान, नव उद्यमी, स्वरोजगार करने वाले ग्रामीण नागरिक, सभी पात्र हैं। बस जरूरी है कि आपकी बैंक खाते की स्थिति ठीक हो और पहले से कोई बड़ा बकाया लोन न हो।

पशुपालन प्लान के हिसाब से आपको एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी बनानी होगी, जिसमें पशु, खर्च, कमाई आदि का पूरा हिसाब लिखा हो। इसके आधार पर ही बैंक लोन राशि तय करती है।

जरूरी दस्तावेज कौन से हैं?

  • आधार कार्ड, पैन कार्ड, निवास और आय प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक
  • जाति प्रमाण पत्र (जहां लागू हो)
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • पशुपालन व्यवसाय से जुड़ी प्रोजेक्ट रिपोर्ट
  • मोबाइल नंबर

अगर पहले से पशुपालन से जुड़े हैं, तो पशुओं से संबंधित सबूत (पशु का ब्योरा, पिछला रजिस्ट्रेशन आदि) भी बेहतर रहेगा।

आवेदन कैसे करें?

  1. बैंक शाखा विजिट करें – नजदीकी एसबीआई शाखा जाएं और पशुपालन लोन योजना का आवेदन फॉर्म मांगे।
  2. फॉर्म ध्यान से भरें – फॉर्म में अपनी सभी सही-सही जानकारी भरें।
  3. डॉक्युमेंट्स जोड़ें – सभी जरूरी दस्तावेज़ों की कॉपी फॉर्म के साथ लगाएं।
  4. जमा करें – यह फॉर्म और डॉक्युमेंट्स बैंक अधिकारी को जमा करें।
  5. बैंक जांच करेगी – बैंक दस्तावेज़ और आपके पशुपालन स्थल का निरीक्षण कर सकती है।
  6. लोन मंजूरी – अगर सब कुछ सही है तो बैंक लोन मंजूर कर देती है।
  7. राशि खाते में – स्वीकृति के बाद, लोन राशि आपके एसबीआई बैंक खाते में जमा हो जाती है।

नोट: ज्यादा केस में 1–2 दिनों में लोन मिल सकता है, अगर सब डॉक्युमेंट्स सही-सही हैं। 1.60 लाख रुपए तक के लोन के लिए गारंटी नहीं मांगी जाती।

योजना के फायदे

यह योजना ग्रामीण युवाओं और किसानों के लिए बहुत मददगार है। आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल जाता है, जिसकी अदायगी अवधि लंबी है। इसके अलावा, कुछ मामलों में सरकारी सब्सिडी भी मिल सकती है, जिससे कुल लागत और कम हो जाती है। यह व्यवसायिक विस्तार, आय में वृद्धि और नई रोजगार की दिशा में भी एक पक्का कदम है।

निष्कर्ष

एसबीआई पशुपालन लोन योजना से ग्रामीण किसानों, पशुपालकों और युवाओं को स्वरोजगार मिल रहा है। कम ब्याज दर, ईज़ी अप्लाई प्रक्रिया और जल्दी मंजूरी से ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन उद्योग को नई रफ्तार मिल रही है। अगर आप भी अपने जीवन की दिशा बदलना चाहते हैं, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं।

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